गुब्बारा 
इक भालू के थे बच्चे दो 
नटखट बहुत थे दोनों वो 
भालू लाया एक गुब्बारा 
रंग बिरंगा प्यारा प्यारा 
गुब्बारा देख बच्चे चिल्लाये 
झटपट दोनों दौड़े आये 
गुब्ब्बारा लेकर भागे दोनों 
झूम खुशी से गये दोनों 
फिर इक बोला दूजे से 
“भइया, गुब्बारा फूला कैसे?” 
दूजा बोला खूब सोच कर 
“देखें तो क्या है इसके भीतर” 
बस मिलकर पिचकाया गुब्बारा
धमाके से फट गया गुब्बारा.
©आई बी अरोड़ा  
Ha ha haa, very nice :)
ReplyDeleteधन्यवाद आलोक
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