नोनु जी की बस
नोनु जी की
है लंबी बस
उस में घुस
गये बन्दर दस,
नौ बैठ गये
बस में छिप कर
आये थे वो
ज़ू से भाग कर,
आठ चढ़ गये फिर
छत के ऊपर
नोनु को आया
गुस्सा उन पर,
सात ने छत
से कूद लगाई
नोनु ने कर
दी उनकी धुनाई,
छह भागे तब
घर के अंदर
दादी
चिल्लाई, ‘आये बन्दर’,
पाँच ने
देखे मेज़ पर केले
नोनु बोली, ‘आ जा ले ले’,
चार ने मारा
झपटा उस पर
केले मिले
नहीं उन को पर,
तीन ने पकड़े
नोनु के हाथ
कोई न था तब
नोनु के साथ,
दो को नोनु
ने खिलाये केले
एक को लेकर
चली वह अकेले.
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