जंगल में टीवी
जंगल में जब टीवी आया
सबको उसका दर्शन भाया
भूल गये सब खेल कूदना
अच्छा न लगता कहीं घूमना
पुस्तकों को भी मिला आराम
कौन करे अब स्कूल का काम
बैठे-बैठे ही दिन कट जाता
सांझ को भी कोई समय न पाता
शेर का था बस हाल निराला
टीवी ने था जादू कर डाला
टीवी रखता था हरदम पास
अब तो बस खाता था घास.
© आई बी अरोड़ा
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